हमें अपनी गलतियों से सीख लेनी चाहिए और दूसरों के गुणों की पहचान भी!
Hindi Story Learn From Your Mistakes:
दूसरों के गुणों से सीखना और अपनी गलती जानना – Short Hindi Story:
एक व्यक्ति अपनी गलतियो और कम गुणी होने से बहुत परेशान रहा करता था। एक दिन वह किसी साधु से मिलने पंहुचा। उसने साधु से कहा कि मैं शायद बहुत पापी इंसान हूं, इसी वजह से मैं हमेसा परेशान रहा करता हूँ, मुझसे हमेसा गलतिया होती रहती है। कृप्या मुझे सही मार्ग पर चलने का रास्ता बतलाएं जिससे सब सही होने लगे।
साधू ने उससे कहा, ‘इसके लिए सबसे पहले तुम अपने से भी पापी इंसान या तुच्छ या किसी काम न आने वाली वस्तु तुम्हें मिले उसे मेरे पास लेकर आओ’। वह व्यक्ति साधू की बात सुन कर अपने से भी पापी और तुच्छ को खोजना शुरु कर दिया।
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उस व्यक्ति को सबसे पहले एक कुत्ता मिला। उसने कुत्ते को साथ लेकर जाना चाहा। लेकिन उसमें वफादारी का गुण था। इसलिए वह आगे चल दिया। इसके बाद उसे जंगल में कांटेदार झाड़ी मिली। कांटेदार झाड़ियों से जहां हाथों में चुभ जाती हैं वहीं खेत में बाड़ लगाने और फसलों की पशुओं से रक्षा करने के काम आती हैं। ये सोच उसे भी छोड़ दिया।
इस तरह रास्ते में मिली हर वस्तु में उसे कहीं न कहीं एक अच्छाई नजर आ गई। वह साधु के पास गया और बोला कि उसे अपने से तुच्छ और बेकार कोई भी व्यक्ति या चीज नहीं मिली।
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तब साधु ने उससे कहा कि हम सभी में कहीं न कहीं एक अच्छाई और कोई विशेष गुण छिपी होती है। दूसरों के गुणों को देख कर सीख लेने और अपनी गलतियों से सीखने वाले को कभी भी किसी के उपदेश की जरूरत नहीं होती है और उससे किसी भी परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ता हैं।
इस Story से मिली सीख: दूसरों के गुणों को देखें और अपनी गलतियों से सीखें
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